Dysgeusia (स्वाद में बदलाव) – जानकारी हिंदी में
Dysgeusia क्या है?
Dysgeusia का मतलब होता है — स्वाद का बिगड़ जाना या बदल जाना। यह कैंसर के इलाज के दौरान आम
समस्या है, खासकर जब मरीज को कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी दी जा रही हो।
कैसे महसूस होता है?
- खाना कड़वा, खट्टा या धातु जैसा लग सकता है
- कुछ भी खाने का स्वाद नहीं आता
- भोजन से घिन या अरुचि हो जाती है
- मुँह में अलग या अजीब सी गंध महसूस होती है
कारण
- कीमोथेरेपी दवाएँ (जैसे: सिस्प्लैटिन, साइक्लोफॉस्फामाइड)
- सिर या गर्दन पर रेडियोथेरेपी
- मुँह की सूखापन या संक्रमण
- जिंक की कमी
- कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट
उपाय और इलाज
1. घरेलू उपाय:
- बेकिंग सोडा कुल्ला करें: 1 गिलास पानी में ¼ चम्मच बेकिंग सोडा + ¼ चम्मच नमक
- प्लास्टिक के चम्मच या कांटे का उपयोग करें
- ठंडा खाना खाएं
- नींबू, धनिया, पुदीना जैसे स्वाद बढ़ाने वाले चीज़ें लें
- दिन में 5–6 बार थोड़ा-थोड़ा खाएं
2. डाइट में बदलाव:
- नरम और हल्का भोजन लें (दलीया, खिचड़ी, सूजी)
- प्रोटीन को दही या नींबू से मेरिनेट करें
- प्रोटीन शेक या सप्लीमेंट लें अगर भोजन की मात्रा कम हो
3. दवा से उपचार (डॉक्टर की सलाह पर):
- जिंक सप्लीमेंट (Zinc sulfate 50–220 mg रोज़ाना)
- Pilocarpine टैबलेट अगर मुँह बहुत सूख रहा हो
- Anti-fungal दवा अगर मुँह में सफेद दाग हो
कब डॉक्टर से मिलें?
- स्वाद में बदलाव 2–3 हफ्ते से ज्यादा बना रहे
- मुँह में दर्द, छाले या बार-बार संक्रमण हो
- वजन तेजी से कम हो रहा हो
याद रखें:
स्वाद बदलना आम बात है और इसका इलाज संभव है। सही देखभाल, पोषण और डॉक्टर की सलाह से मरीज
फिर से सामान्य स्वाद और भूख पा सकते हैं।